The Basic Principles Of shiv chalisa lyrics in punjabi

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वटाधोनिवासं महाट्टाट्टहासं महापापनाशं सदासुप्रकाशम् ।

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।

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अर्थ- हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।

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स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा more info ॥ ॐ जय शिव…॥

शिव आरती

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥

श्रीरामचरितमानस धर्म संग्रह धर्म-संसार एकादशी

अर्थ- हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।

कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुण्डल कुँचित केसा।।

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।

शिवलिंग पर कभी भी नारियल का पानी नहीं चढ़ाया जाता है हालंकि नारियल पूजा में काम में लिया जाता है।

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